मेरा सबसे दिल से करीबी Program....

Skills Development with SOL Technology... 


Students - हमारा-आपका, हम सबका, देश का, पूरी Universe का आने वाला कल है, जब से Education Business Hub बना तब से School में सिर्फ Competitions होते है, Pressure होता है, Stress से शुरू होकर Depression तक का सफर और फिर Suicide... Awareness के Missions है, रैलियां-नारेबाजी, संसद में हंगामा, TV पर Talks सब कुछ है मगर Solution.... वही ढूंढते रह जाओगे....

मैं आचार्य महाप्रज्ञ से बेहद प्रभावित था - इस मायने में भी कि उन्होंने Education System को School में Entrance का एक अलग नजरिया दिया। डिग्री-जॉब, बड़ा पैकेज.... That's it... शिक्षा का ये तो मकसद नहीं हो सकता। यहां बच्चे सिर्फ Intellectual हो रहे है - Versatile नहीं। मैंने महाप्रज्ञ के इस Thought को चुना - और उनके दिये गये "शिक्षा का अभिनव-अभियान" जीवन विज्ञान का 35 Minutes का एक Capsule Course Project किया... समण सिद्धप्रज्ञ जी, जो मेरे अजिज भी रहे है मेरे इस Programming में बहुदा मेरे साथ रहे है। M.P के आदिवासी स्कूलों में मुनि श्री राजकरण जी, चौथा प्रहरी के संपादक डॉ गौतम कोठारी, सुरेश जी कोठारी की साझेदारी से Miracles देखे गये, मुनि श्री किशनलाल जी ने ढेरो किताबे लिखी, Course Final हुआ, State Government ने प्रार्थना सभा में जीवन विज्ञान लागू किया.... मगर फिर वही... सरकारें बदली - योजनाएं फाइलों में गर्द खाने की कतार में शामिल हो गइ। 
 
 
 

मैं Modernisation में ज्यादा यकीन करता हूं, मैंने कुछ Modern Pattern बनाये और कभी अणुव्रत समिति, कभी जीवन विज्ञान Academy, कभी तेरापंथ सभा के साथ, जहां जैसा Space मिला.... National, कुछ International Schools.... Colleges... Coaching Institutes... 5000 से भी ज्यादा Academies में लाखों Students के बीच मेरा नया Capsule Course Format "Skills Development with Science of Living Technology" लेकर पहुंचा... अक्सर बच्चों को संतो के Speeches में ऊंघते हुए देखा है, But Touch-wood मेरे मामले में एसा कभी नहीं हुआ, यह मेरा घमंड नहीं बल्कि गर्व है कि जो पिढी बहुत Practical.... बहुत Fast है - वो मेरे कार्यक्रम के एक एक Moments को बिना Bore हुए Enjoy करते है, साथ ही मेरा सौभाग्य भी। अच्छा लगता है बच्चों के बीच वो 35 मिनट बिताने में, उन्हें अपने आपको देश के लिये बेहतरीन नागरिक बनने की शपथ दिलाने में, और जिंदगी के मायने सिखाने में। यू कहे तो मेरा सबसे Lovable और सबसे Favorite Program बन गया है। यायावरी के बीच जिस शहर, जिस गांव, जिस नगर या महानगर, में पहुंचूं, मेरा पहला सवाल होता है - यहां कोइ School में Program दे सकते है क्या ? - सौभाग्य है मेरा की राष्ट्र निर्माण में मैं भी अपना कुछ योग दे पा रहा हु।

Comments

  1. आपका चिंतन बहुत dynamic है गुरुवर

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