Learn to Fight Alone

 BEING ALONE HAS A POWER THAT ONLY FEW CAN HANDLE....





वो नादान बच्चा पिता के साये के बिना बड़ा होने लगा, पति के होते हुए भी उनके ना होने से माँ की सीरत चिड़चिड़ी हो गई थी। छोटी-छोटी बातों में तैश में आने लगी थी माँ... और निशाना बनता वो मासूम। कभी रात रात भर उसे घर से बेदखल कर दिया गया तो कभी पुरे दिन बिना खाये पिये अंधेरे कमरे में कैद रहा... एक पर एक गिरती गाज ने उसे एक दिन बागी बना दिया। Relation Word से घिन आने लगी थी उसे, अब वो अपनी एक दुनिया सरजना चाहता था - जहा सांस लेने की आजादी हो, खुद को Prove करने, दुनिया के दिल में उतर कर दिलों पर राज करने की Independency हो Finally... सब कुछ ठुकरा कर एक दिन उसने " रविंद्र नाथ टैगोर " के उस गीत को अपनी बाकी बची साँसों का मकसद बना लिया - यदि तोर डाक सुने केउ ना आसे तोबे एकला चोलो रे... वो कुछ कदम क्या चला - सारी कायनात उसके Desires को Colourful बनाने में जुट गइ... दुआओं मिलती रही वो आगे बढ़ता गया, उसके आसपास भीड़ रोज दोगुनी होती गइ। 




कहानियां उन्ही की होती है जो ठोकर खाते है या ठुकरा दिये जाते है। नसीब वाले होते है वो जो ठोकरों को, रास्तों के सफर में हुए हादसों को अपना Inspiration, अपनी प्रेरणा, अपना गुरु बना लेते है।
कभी किसी ने On the Way आपको Alone छोड़ दिया... और आप अपनी Destiny का Path नहीं जानते। तो ये Moments आपको और ज्यादा Hardcore और ज्यादा जुनूनी बनाते है... आप खोने-लापता होने के डर को जीतकर इस यकीन के साथ चलते है कि कुछ भी हो जाये Destiny को मेरे कदमों के नीचे आना ही होगा। 

एक छोटी सी चोट जिन्दगी भर संभलकर चलने का Motivation दे जाती है, जख्म इस कायनात में सबसे बड़े और सबसे Powerfull Teacher होते है  जिन्हें जीने के लिये Comfort Zone मिले है उन्हें क्या पता कि जिन्दगी का Taste Comfort Zone से बाहर आकर Struggle को Face करने में है।





Life के Path Zig Zag ना हो तो वो चलना ही क्या, Straight Highway पर तो पुरी दुनिया चलती है.... After All सभी को एक Destiny पर वो Road ले जाती है। मगर टेढ़े-मेढ़े Rough Road पर चलने वाले Daily कुछ Innovative Discover करते है....
Get your next step and it is only Struggle... Struggle... And Struggle...



Comments