UTILIZE YOUR SKILLS
" UTILIZE YOUR SKILLS CONSTRUCTIVELY "
मैं तब 14 Years का था - Eden Garden के उस BALD PITCH पर INDIA और SRI LANKA के बीच WORLD CUP FINAL- कभी EXCITEMENT, कभी धड़कने रोक देने वाले ना जाने कितने TWIST वाले MOMENTS को देखते हुए गुजर रही थी आंखे... मेरे आस-पास बैठे हुए लोग कभी गांगुली पर तो कभी विनोद काबली पर, कभी FIELDING तो कभी WICKET KEEPING पर, कभी BOWLING तो कभी BATTING हर MOMENTS पर COMMENTS.... ANNOUNCER से ज्यादा COMMENTARY तो मैदान से बाहर घरो में टी.वी के सामने हो रही थी। इंडिया के मैच हारने पर मैं फफक-फफक कर रोया। लोगो ने टमाटर... अंडे... BOTTLES और न जाने मैदान में CRICKETERS पर क्या क्या फेंककर हारने का गुस्सा जाहिर किया... जैसे कि TEAM INDIA जानबूझकर हारी हो।
2 दिन तक मेरा रोना जब बंद हुआ तो वो WORLD CUP FINAL बहुत कुछ सीखा गया। हम बेवजह ही REACT कर रहे थे। इंडिया एक हार के बाद फिर किसी CUP के लिये खेल रही है। किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ा। हम जिन बातों पर COMMENTS सुन रहे थे, कभी CRICKET उस तरह से खेला नहीं जा सकता। CRICKETERS को अच्छी तरह से पता होता है कि कौन सी BALL को कहा फेंकनी है और उसे कैसे खेलना है। हम REACTIONS देकर सिर्फ अपना TIME और ENERGY WASTE करते है।
LIFE के साथ भी कुछ एसा ही FUNDA है, जिन चीजों में CHANGES नहीं आ सकते हम अक्सर उनमें नुक्स निकालते हुए- इसे यहां होना चाहिए, काश इसने एसा किया होता कि प्रतिक्रिया देने में अपनी ENERGY, और TIME WASTE कर देते है, बाद में पता चलता है की हमारे REACTIONS से पूरी कायनात में कोइ फर्क नहीं आया... ये बेवजह की EXERCISE थी.... अपने SKILLS को CONSTRUCTIVE WORK में UTILIZE करें... जिन्दगी में रोज MAGIC होने लगेंगे।




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