KEEP YOUR THOUGHTS POSITIVE

SPEAK ONLY WHEN NECESSARY...


 
 
वो एक हौलनाक मंजर था, एक अरबपति परिवार के चिथड़े चिथड़े में तब्दिल हो चुके शरिर से बहते खून और एक साथ उस हादसे में  पूरे परिवार की मौत ने देखने वालो का दिल दहला दिया था, रूह कांप उठी थी। वही कुछ लोग उसे चटखारा लेकर मुद्दा बनाये जा रहे थे। गलती ड्राइवर की थी बड़ी लापरवाही से चला रहा था, एसे कोइ चलाता है क्या ? सरकार भी जिम्मेदार है एसे Accidents के, क्यूं नहीं Traffic व्यवस्था मुहाल करती ? सबकी मिलीभगत है। अपनी रोटियां सेंक रहे है... और एसी अनगिन बे सिर-पैर की बातें। 
 
आदमी की भी अजीब Tendency है Society के लिये कुछ Better करने की पहल की Responsibilities उठा पाये या नहीं नसीहतों-मशविरों की दीवारों को जरूर ऊंची कर देंगे। 
 
 
 

 
मैच India और Pakistan के बीच हो रहा है और Hoot हम करेंगे की धोनी को ये Ball एसे नहीं खेलनी चाहिये थी। क्यू उठाया Full Toss पर Bat, नहीं उठाता तो मैच India के हिस्से में ही आता। ये कैसा फितुर है.... क्या हमारे पास इन बेवजह के मुद्दों पर Hoot करने के सिवाय Life में कुछ करने का कोइ Better Choice नहीं होता।

Time बहुत Precious है, इसे बेफिजूल बातों में खर्च करते हुए खुद को एक दिन गुमनाम कर ले या Constructive, Productive Thoughts में Invest करके एक दिन दुनिया के लिये ideal बन जाये यह फैसला हमें और हमारे Conscious को करना होता है। 
 
 
 


जिन Matters और Factors पर बात हो, वो बातें किसी Conclusion तक नहीं ले जायें, कोइ Change ना ला पाये, तो उनपर चर्चा करना सिवाय Wastage of Time and Energy के कुछ नहीं है। अपने Thoughts में Productivity और Positivity के Ingredients शामिल करें, दुनिया की तमाम Problems अपने आप Solve हो जायेगी। कुछ अच्छा सोचे और कुछ अच्छा कहे फिर देखे दुनिया की Rhythm ही बदल जाते है। 

Cute और Gorgeous वो हो ना हो जो रोज Facial करते है मगर वो जरूर होते है जो अपने विचारों की खुबसुरती की कभी मौत नहीं होने देते। कम कहे - कोइ Issue नहीं है मगर जो कहे उसमे दुनिया को Change करने का Challenge हो... उसी दिन से... अच्छे दिन शुरू हो जायेंगे।
 
 



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