जब मेरे चाहने वालो की वजह से बदली मैंने अपनी आदतें.... {Part 1}
Habits.... आदतें.... फ़ितरते.... Introduce कराती है हमें.... हम क्या है ?? हम चाहे ना भी कहे हमारी आदतें बयान कर देती है। मेरी पहचान... मेरा Status.... In fact मुझे मेरी आदतों ने बनाया... यह कहना कोइ गलतफहमी नहीं होगी। कभी कभी आपकी अच्छाइयां और बुरे पहलू आपको पता नहीं चलता... मगर आपके चाहने वाले... आपके Fans बताते है। मैं वक्त के साथ Mature होता गया... फिर भी कुछ मेरी बातें मुझे समझ में नहीं आइ। मैं उन सब आदतों के साथ चल रहा था.... जो मुझे पसंद आइ.... और बिना किसी को Idea बनाये खुद अपने लिये जो मैंने Develop की थी.... मुझे हमेशा अच्छा लगता है कि मैं नये नये लोगों से मिलू... मेरे साथ जो 2 मिनट बिताये... वो मुझे और जिंदगी को उन दो मिनटों में ही समझ जाये... तो आदत बना ली... मैंने... अंजान लोगो से भी मिलू तो उनसे बातें कुछ इस तरह करता हूं.... जैसे अर्सो से जानता हूं... मैं ज्यादा देर तक किसी से दायरे बनाकर नहीं रख सकता... तो कुछ ही मिनट में Frank होने लगता हूं.... और Reflection मैं देखता हूं कि लोग भी मुझे Same Response देते है.... एक जुनून सा... एक मिशन सा हो गया मेरा... हर एक चेहरे पर मैं मुस्कुराहट बिखेरना चाहता हूं.... चाहता हूं की किसी भी परेशानी से कोइ हो मुझसे मिले तो चेहरा खिल उठे। अब ये सही है या नहीं कि मैं सबसे किताब की तरह खुल जाता हूं.... Frank हो जाता हूं... मुझे इल्म नहीं... मगर किसी ने मुझे जताया कि - ये आपका मजाकिया अंदाज.... ये इस तरह खुल जाना.... जरूरी नहीं कि सबको रास आये... कुछ लोग इसे Negative Way में लेते है.... मैं मानना नहीं चाहता था - मगर किसी ने कहा है तो मुझे अपने आपमें तब्दीलियां कर देनी चाहिये... अब मेरी मजाकिया अंदाज Limited Edition पर होते है।
सुना है मैंने.... Habit if not resisted becomes necessity... आदत अगर वक्त पर सुधरी नहीं जाये तो जरूरत बन जाती है। ये मेरा Trade ही है कि अगर आधी रात को भी मेरे दायरे का कोइ Work मुझसे करने की अपेक्षा करें तो मैंने खुद से Commit कर लिया चाहे कुछ भी हो किसी को कभी "NO" नहीं कहूंगा। बात गीत बनाने की हो, Speech लिखने की, Anchoring या कुछ और.... मेरी फितरत हो गइ... भले ही थोड़ा Delay हो जाये मगर ना कहना.... Boss It's Not my Cup of Tea.... हजारों लोगों को मेरी ये Habit बड़ी Lovable लगी.... मगर कुछ एक मेरे Closest Fans ने मुझे अक्सर टोका - "This is not Fair.... ये आपका सही Use नहीं है.... अपनी सेहत.... अपनी Fooding.... अपनी नींद सबको Avoid करके आप लोगो की जरूरतों का ख्याल रखते है तो.... इस सफर में कुछ लोग Misuse करके भी निकल जायेंगे.... Please अपनी सीमाये तय कीजिये.... अजीब सी लगी ये नसीहतें.... मगर कुछ दिनों बाद आखीर स्वीकार कर ही लिया.... अब सिर्फ दायरों में ही किसी और के लिये काम करूंगा.... अब Maximum Time... अपने साथ... अपनों के साथ Spend करूंगा.... आज इतना ही.... मिलते है इस Blog के अगले Volume में...




Too good to change ur self
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