Honesty is the Best Policy



समय कब कैसे कहा किसे तमाचे मार दे किसे पता है ? उस रात को भी कुछ एसा ही हुआ था। गुड्डू का अगले दिन Moral Science का Paper था... Final Exams का यह आखरी इम्तिहान था, पता नहीं एक अजीब सी बैचैनी थी... मन था कि एक मिनट भी कही ठहरने को राजी न था। पापा की बड़ी याद आ रही थी। पुरे तीन साल हो गये थे। इसी तारीख को रात 8 बजे घर से निकले फिर कभी लौटकर नहीं आये। वो क्षण यादों से क्या टकराये गुड्डू की बेचैनी बढ़ती गई... रात ने एक अजीब सी कशमकश ओढ़ ली थी। और आंखे खुली ने साढ़े आठ बजा दिये थे। बस सिर्फ तीस मिनट बाकी थे इम्तिहान के शुरू होने में.... दस मिनट  तैयार होने में खर्च हुए... पंद्रह मिनट घर से स्कुल तक के सफर में लगना तय था.... हाशिये पर थे सिर्फ पांच मिनट। उन पांच मिनट में जो सम्भव था पास होने के लिये वो सिर्फ ये था कि कोइ चीट बना लिया जाये.... Cheating Paper किसी के हाथ में आ गया तो School से Resticate भी किया जा सकता था.... उसने तय किया.... Examboard पर ही कुछ Important Answers लिख लेगा.... इससे किसी को शक भी नहीं होगा। Moral Science गुड्डू का सबसे Favorite Subject था.... 90-95 से कभी कम नहीं मिले उसे इस Subject में Exam Report में। 





आज पहली बार अपनी उस पशोपेश भरी रात की रिस को भुलाकर अपनी प्रतिष्ठा को बचाये रखने के लिये वो कुछ गलत करने जा रहा था.... और उसकी समझ में इसके अलावा Fail होने से बचने का और कोइ जरिया ही नहीं था। बीते रात को कुछ भी पढ़ नहीं पाया था वो... ना कुछ Revise कर पाया... बस उन यादों ने अपने अंदर कैद कर लिया था - गनीमत इतनी सी थी कि कुछ Chapter उसने पहले पढ़ लिये थे। Revision नहीं होने से बहुत कुछ Skip हो गया था.... Exam Hall में Paper हाथ में आने से पहले ही उसका दिल जोर जोर से धकड़ने लगा था। फिर Class Teacher ने Paper हाथ में दिया तो आंखे फटी की फटी रह गई.... जो उसे आता था वो सिर्फ 10% था... खुशी की बात ये थी कि 50% Question वो थे जिनके Answers Exam board पर लिखे थे। 40% Questions को Skip करने के सिवाय कोइ Option नहीं था। खैर Paper में से उन Questions के Answer लिखने लगा जो उसे आते है.... फिर बारी थी Exam board पर लिखे Answers को उकेरने का तो सिर्फ 3 Questions थे जिनके Answers लिखना बाकी था.... और उसे पता ही नहीं चला कि कब उसके पीछे बैठे उसके Classmate ने इशारो-इशारों में Class Teacher से Complain कर दी। किस्मत रुठ गयी थी शायद.... Cheating तो सब करते है... उसने पहली बार की वो भी मजबुरी में और पकड़ लिया गया। Class Teacher सभी Students के सामने गुड्डू के कान पकड़कर Principal के पास के गये और एक सांस में सारी कहानी बयान कर दी। 




Principal ने बिना कुछ पूछताछ किये उसे इतने जोर से गाल पर तमाचा जड़ा की थप्पड़ की गूंज पूरे हॉल में पसर गई। और गुड्डू से Paper छिनकर Principal ने फरमान जारी कर दिया - Stay out of the Hall and Keep Standing till the exam Accomplishes.... गुड्डू ने रोते हुए कहा - Sir, Please grant me 1 Minute... I'll explain the complete story... If then also you find me Guilty... Then Whatever you say I'm ready to do.... और उसने 1 मिनट होने से पहले ही महज 45 Seconds में Principal को सारी Story as it is सुना दी। और हॉल के बाहर खड़ा होकर फिर एक साल अपने Juniors के साथ उसी Class में बैठने की Imagination उसकी आंखों के सामने तैरने लगी। कुछ दिनों के बाद Report Card उसके हाथ में था। नयन कोरो से सावन भादों बहने लगे... आखें Moral Science में Red Pen के Remark ढूंढ रही थी... और मिले 85 Marks... क्या ये Miracle था - या फिर Principal की उसके लिये संवेदना.... सवाल सिर्फ दो थे और जवाब अनगिन मिल गये थे। 



आपका एक सच कभी कभी आपको खतरनाक मोड़ो के हादसों से बचा लेते है। बस इमानदार बने रहिये अपने साथ और औरो के साथ भी। आपकी Morality आपको आपकी वो चीज दिला देगी जिसके आप हकदार है। अपने Moral को Down मत होने दीजिये.... जो भी करें भले ही वो आपको Satisfaction दे रहा हो मगर इमानदारी और सच्चाई को दांव पर लगाने की शर्त पर नहीं।

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